हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने ग़ुस्ल के दौरान हदसे असगर से संबंधित पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए प्रश्न और उसके उत्तर का पाठ प्रस्तुत कर रहे है।
प्रश्न: अगर ग़ुस्ल के दौरान कोई ऐसा काम हो जाए (हदा-से असग़र) कि जो वुज़ू को बातिल करता है तो क्या ग़ुस्ल भी बातिल हो जाएगा?
उत्तर: ग़ुस्ल बातिल नहीं होगा, लेकिन नमाज़ के लिए वुज़ू ज़रूरी है।